Sandalwood Business Plan

इस पेड को लगाने से कुछ सालों में करेगें करोड़ों की कमाई, मिलता है अच्छा रिटर्न

नई दिल्ली। अक्सर पने देखा होगा कि आप बुढ़ापे में सही जिंदगी जीने के लिए कुछ पैसों का निवेश करते है। जो बाद में चलकर आपको अच्छा खासा पैसा देकर आपकी जिंदगी को अरामदायक बनाने का काम करती है। उसी तरह से आपकी लाइफ को सुरक्षित करने के लिए ऐसा ही एक पेड है जिसे लगाने से आप 20 साल बाद इसका रिटर्न अच्छा खासा पा सकते है। हम बात कर रहे है चंदन के पेड़ की जिससे आप करोड़ों की कमाई कर सकते है। आज हम बताएंगे कि चंदन के पेड़ लगाने से आप कैसे बनेगें करोड़पति..

चंदन की खेती में समय

अगर आप जैविक वीधि से चंदन लगाना चाहते हैं तो इन पेड़ों को आप 10-15 साल में काट सकते है वही यदि इसे परंपरागत रूप से लगाते हैं तो इसे काटने में आपको 20-25 साल का समय लग सकता है। चंदन की लकड़ी 3 तरह की होती है, लाल सफेद और पीला।

लाल चंदन की खेती दक्षिण भारत में होती है तो वही सफेद चंदन की खेती उत्तर भारत में उगाई जाती है। इसकी खेती ज्यादा नमी वाली स्थान पर नही करना चाहिए। चंदन के पेड़ को लगाते समय 3-4 फीट की दूरी तक कोई दूसरा पेड़ नही लगना चाहिए। ऐसा इसलिए क्योंकि चंदन दूसरे पेड़ों से ही अपना पोषण लेता है। चंदन के पेड़ के आसपास प्रदूषण नहीं होना चाहिए नही तो इसकी ग्रोथ रुक जाती है।

लागत और कमाई

चंदन के पेड़ को आप जितनी ज्यादा जगह में लगाएंगे आपको उतना ही फायदा  मिलेगा। हम यहां 1 हेक्टेयर के हिसाब इस फेड से होने वाले फायदे के बारे में बताते है। यदि आप 1 हेक्टेयर में 600 पेड़ लगाते हैं, तो 10-15 साल में यह पेड़ लकड़ी काटने योग्य बन जाते है। इसका एक-एक पेड़ 2-5 लाख रुपये तक बिकता है। अगर एक पेड 2 लाख रुपये में जाता है को टोटल के हिसाब से 600 पेड़ से आपको 12 करोड़ रुपये मिल सकते हैं। अगर पेड़ 5 लाख रुपये में बिकते है तो कमाई 30 करोड़ रुपये हो जाएगी।

चंदन की खेती के लिए मदद

एक समय चंदन की खेती पर रोक लगा दी गई थी. अब सरकार इसको लगाने के लिए प्रोत्साहित कर रही है। इसके लिए 28-30 हजार रुपये का अनुदान भी मुहैया कराती है. हालांकि, चंदन की खेती करने वाले किसानों इसे सरकार को ही बेच सकते है। चंदन के पेड़ का इस्तेमाल आप खुद से मा तो कर सकते है नाही इसे काट सकते है। इसके लिए वन विभाग को सूचना देनी होती है। विभाग के अधिकारी आकर आपसे चंदन के पेड़ खरीदते हैं और काट कर ले जाते हैं।